शनिवार, 15 फ़रवरी 2025

पीएचई विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार

पीएचई विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार: ठेकेदारों को बिना काम किए ही करोड़ों का भुगतान!


ल जीवन मिशन में खुला गड़बड़झाला, कागजों में ही पूरे कर दिए नल कनेक्शन

अमित जोशी (संपादक)

सतपुड़ा खबर,छिंदवाड़ा,

(8962184030)

छिंदवाड़ा जिले में जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। पीएचई विभाग के अधिकारियों ने निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा किए बिना ही ठेकेदारों को भुगतान कर दिया। तामिया विकासखंड में इस योजना के नाम पर सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां ठेकेदारों ने 1 करोड़ रुपए का भुगतान लेने के बाद भी काम अधूरा छोड़ दिया।

बिना काम के ही करोड़ों का भुगतान!

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कई ठेकेदारों को बिना किसी ठोस कार्य के ही भुगतान कर दिया गया। इस गड़बड़ी में तत्कालीन सब इंजीनियर की मिलीभगत भी सामने आई है। भ्रष्टाचार से अर्जित धन के दम पर वह प्रमोशन लेकर जुन्नारदेव में एसडीओ बन चुका है, जहां अब भी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।

गुणवत्ताहीन कार्य और फर्जी नल कनेक्शन

छिंदवाड़ा जिले के परासिया, जुन्नारदेव, हर्रई, अमरवाड़ा और मोहखेड़ विकासखंडों में जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। अधिकांश जगहों पर ठेकेदारों ने बेहद घटिया सामग्री का उपयोग किया, जिससे नई पाइपलाइनें कुछ ही महीनों में लीक हो गईं।

कागजों में ही पूरे हो गए एफएचटीसी कनेक्शन!

जल जीवन मिशन के तहत कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) का भी भारी घोटाला सामने आ रहा है। पीएचई विभाग के अधिकारी कलेक्टर तक को गुमराह कर रहे हैं। कई विकासखंडों में नल कनेक्शन सिर्फ कागजों में ही दिखाए गए। यहां तक कि पुराने आधार कार्ड का दोबारा उपयोग कर कनेक्शनों की संख्या बढ़ाकर झूठी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

कलेक्टर की सख्ती से मचा हड़कंप

जल जीवन मिशन के धीमे कार्यों और भ्रष्टाचार को लेकर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने हाल ही में समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने पीएचई विभाग को निर्देश दिए थे कि एफएचटीसी प्रगति की सही तरीके से जमीनी जांच की जाए और प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। अब कलेक्टर की सख्ती से पीएचई विभाग के लापरवाह अधिकारी बैकफुट पर आ गए हैं और वे कागजों में ही झूठी रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

क्या होगी कार्रवाई ?

जल जीवन मिशन में करोड़ों के इस घोटाले पर अब प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। यदि तामिया, हर्रई, अमरवाड़ा और जुन्नारदेव में जमीनी स्तर पर निष्पक्ष जांच की जाए, तो इस घोटाले का पूरा सच सामने आ सकता है। सवाल यह है कि क्या दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर कोई ठोस कार्रवाई होगी, या फिर यह मामला भी दबा दिया जाएगा?

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भोजन व्यवस्था पर विवाद: टॉयलेट के पानी के उपयोग का वीडियो वायरल, वेंडर पर जुर्माना

अमित जोशी (संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा) 8962184030


 जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भोजन व्यवस्था पर विवाद: टॉयलेट के पानी के उपयोग का वीडियो वायरल, वेंडर पर जुर्माना

जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में 6 फरवरी को इंडियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ पेन (ISSP) द्वारा आयोजित वार्षिक कॉन्फ्रेंस के दौरान भोजन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। एक वीडियो वायरल होने के बाद दावा किया जा रहा है कि आयोजन स्थल पर खाना टॉयलेट के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी से पकाया गया। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने वेंडर पर जुर्माना लगाया और आयोजकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

वीडियो वायरल, डीन ने किया कार्रवाई का ऐलान8 फरवरी को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें कर्मचारी टॉयलेट कमोड के पास लगे नल से पाइप के सहारे पानी लेते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने स्पष्ट किया कि इस पानी से खाना नहीं बनाया गया था, बल्कि बर्तन धोए गए थे। लेकिन सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने आयोजकों से स्पष्टीकरण मांगते हुए लिखित जवाब तलब किया और वेंडर पर आर्थिक दंड लगाया।

आयोजकों ने वीडियो की प्रामाणिकता पर उठाए सवालआयोजनकर्ता संस्था का कहना है कि वायरल वीडियो की सत्यता संदिग्ध है और संभवतः इसे एडिट कर सॉफ्टवेयर या एआई की मदद से गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने जांच की मांग की है ताकि सच सामने आ सके।

क्या है पूरा मामला?6 फरवरी को मेडिकल कॉलेज के न्यू एकेडमिक ब्लॉक में आयोजित ISSP सेमीनार में स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और डॉक्टर शामिल हुए थे। इसी दौरान उनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम स्थल के नजदीक खाना पकाया जा रहा था, और आरोप है कि वहां टॉयलेट के नल से पानी लिया गया।

आगे की कार्रवाईमामले की जांच जारी है, और यह देखा जा रहा है कि वायरल वीडियो कितना प्रामाणिक है। डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने कहा कि दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।

अमित जोशी (संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा) 8962184030

MP में बिना POS नहीं बिकेगी शराब, नियम तोड़ा तो लगेगा जुर्माना

अमित जोशी (संपादक) सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा-8962184030


MP में बिना POS नहीं बिकेगी शराब, नियम तोड़ा तो लगेगा जुर्माना

नई आबकारी नीति लागू: बंद दुकानों की भरपाई के लिए अन्य दुकानों पर बढ़ेगी कीमत


मध्यप्रदेश सरकार ने नई आबकारी नीति जारी कर दी है, जो 1 अप्रैल से लागू होगी। इसके तहत प्रदेश के 19 पवित्र शहरों और गांवों में शराब दुकानों को पूरी तरह से बंद किया जाएगा। सरकार इन दुकानों से होने वाले राजस्व की भरपाई के लिए संबंधित जिले की अन्य शराब दुकानों की कीमतों में 25% तक वृद्धि करेगी।

इसके अलावा, सरकार ने शराब बिक्री में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए पॉइंट ऑफ सेल (POS) मशीनों का उपयोग अनिवार्य कर दिया है। सभी शराब दुकानों पर POS मशीन से बिलिंग की जाएगी और बोतल पर लगे एक्साइज एडहेसिव लेबल को स्कैन करने के बाद ही बिक्री संभव होगी। नियम का उल्लंघन करने पर पहली बार ₹25,000 और हर बार पकड़ने पर ₹5,000 अतिरिक्त जुर्माना लगाया जाएगा।

नई आबकारी नीति के मुख्य बिंदु:

  1. ई-बैंक गारंटी अनिवार्य:

    • शराब ठेकेदारों को अब सिर्फ ई-बैंक गारंटी देनी होगी।
    • यह गारंटी कम से कम 30 अप्रैल 2026 तक वैध होगी
    • पहले से जमा FD स्वीकार नहीं की जाएगी और नवीनीकरण की अनुमति नहीं होगी
  2. शराब दुकानों की कीमतें बढ़ेंगी:

    • जिन जिलों में शराब दुकानें बंद की जाएंगी, वहां बाकी दुकानों के आरक्षित मूल्य में 25% तक बढ़ोतरी होगी
    • पूरे प्रदेश में शराब दुकानें 20% महंगी हो जाएंगी
  3. शराब बार और रेस्त्रां में छूट:

    • अब रेस्त्रां बार खुली छत और अतिरिक्त फ्लोर पर भी शराब परोस सकेंगे।
    • एक्स्ट्रा फ्लोर के लिए 500 वर्गफीट का एरिया जरूरी होगा और लाइसेंस फीस 10% अधिक होगी।
  4. कमर्शियल आयोजनों के लिए लाइसेंस:

    • शराब परोसने वाले इवेंट्स के लिए अब व्यक्ति संख्या के आधार पर लाइसेंस मिलेगा:
      • 500 व्यक्तियों तक – ₹25,000
      • 1000 व्यक्तियों तक – ₹50,000
      • 2000 व्यक्तियों तक – ₹75,000
      • 5000 व्यक्तियों तक – ₹1,00,000
      • 5000+ व्यक्तियों के लिए – ₹2,00,000
  5. शराब दुकानों को कहीं और शिफ्ट नहीं किया जाएगा:

    • 13 नगरीय निकायों और 6 ग्राम पंचायतों में शराब दुकानें पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी
    • बार और वाइन आउटलेट का संचालन भी 1 अप्रैल 2025 से पूरी तरह बंद होगा

क्या होगा असर?

  • शराब माफिया पर नकेल: POS मशीनों से अवैध बिक्री रुकेगी।
  • शराब की कीमतें बढ़ेंगी: लोगों को अधिक कीमत चुकानी होगी।
  • सरकार को अधिक राजस्व मिलेगा: नई नीति से ठेकों की कीमतें बढ़ने से सरकार को ज्यादा कमाई होगी।
  • धार्मिक स्थलों पर शराब पर रोक: पवित्र शहरों और गांवों में शराबबंदी से धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखा गया है।

कुल मिलाकर, सरकार की नई आबकारी नीति शराब बिक्री को अधिक नियंत्रित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

अमित जोशी (संपादक) सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा-8962184030

शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025

वर्षों से जमे अधीक्षक, सहायक आयुक्त की कार्यशैली पर सवाल

अमित जोशी, संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा (8962184030)

 आदिवासी छात्रावासों में भ्रष्टाचार का अड्डा: वर्षों से जमे अधीक्षक, सहायक आयुक्त की कार्यशैली पर सवाल


छिंदवाड़ा: जिले के 193 आदिवासी छात्रावास हैं इनमें से अधिकांश छात्रावासों में भ्रष्टाचार और लापरवाही चरम पर है। अधीक्षकों की मनमानी, छात्रों के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी और प्रशासन की अनदेखी ने आदिवासी बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि वर्षों से एक ही जगह जमे हुए अधीक्षकों का अब तक ट्रांसफर क्यों नहीं हुआ? क्या शासन के नियम इनके लिए अलग हैं, या फिर यह सब सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम की मर्जी से हो रहा है?

वर्षों से जमे अधीक्षक, ट्रांसफर न होने की क्या वजह?

छिंदवाड़ा जिले के अधिकांश छात्रावास अधीक्षक 20-30 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं। नियमों के अनुसार सरकारी कर्मचारियों का हर कुछ वर्षों में ट्रांसफर होना चाहिए, लेकिन इन अधीक्षकों के मामले में ऐसा क्यों नहीं हो रहा? क्या ये अपने पदों पर टिके रहने के लिए ऊंचे अधिकारियों को खुश कर रहे हैं? यह गंभीर जांच का विषय है।

वहीं, कुछ मामलों में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अधीक्षक बना दिया गया है, जबकि अधीक्षक की अलग से भर्ती होती है। इससे छात्रावासों की व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। कई जगहों पर अधीक्षक को टीचर बना दिया गया है, जिससे सवाल उठता है कि क्या जनजाति विभाग में नियुक्ति और ट्रांसफर के नियम तय करने वाले अधिकारी मनमानी कर रहे हैं?

अधीक्षकों की गैरमौजूदगी: छात्रावासों में लापरवाही चरम पर

सतपुड़ा खबर की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में यह सामने आया कि अधीक्षक अपने छात्रावासों में मौजूद ही नहीं रहते। जब उनसे फोन पर संपर्क किया जाता है, तो उनके पास बहानों की लंबी फेहरिस्त होती है—

"सब्जी लेने गए थे"

"किसी शादी में गए थे"

"हमें सर्वे में लगाया गया है"

"लोन वितरण का काम चल रहा है"

यह बहाने सालों से दोहराए जा रहे हैं, लेकिन इनकी सच्चाई तब उजागर होती है जब छात्रावास में निरीक्षण करने पर कोई अधीक्षक नहीं मिलता। झिलमिली छात्रावास में अधीक्षक ए. के. सोनी छिंदवाड़ा में रहकर कार्यभार संभाल रहे हैं, जबकि वहां चपरासी का बेटा प्रशासन देख रहा है। गागीवाड़ा छात्रावास में अधीक्षक द्वारका प्रसाद सूर्यवंशी से जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि वे "बस स्टैंड" पर हैं, लेकिन जब बुलाया गया, तो बहाना बना दिया कि "अभी नहीं आ सकता।"

भ्रष्टाचार और लापरवाही से छात्र बेहाल

छात्रावासों में बुनियादी सुविधाओं की हालत बेहद खराब है।

खाने में घटिया क्वालिटी का गेहूं इस्तेमाल हो रहा है, जिसमें घुन तक लगे हुए हैं।

बिस्तर की व्यवस्था दयनीय है, बच्चों से पैसे लिए गए, लेकिन नए बिस्तर नहीं मिले।

साफ-सफाई का अभाव, चादरें हफ्तों तक नहीं धुलतीं।

छात्रावासों में लड़कियों की सुरक्षा भी खतरे में, हाल ही में एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी।

अगर किसी व्यक्ति ने 181 पर शिकायत किया, तो कुछ अधीक्षक रिश्वत देकर शिकायत बंद करवा देते हैं।

सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम की कार्यशैली पर सवाल

छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों की जिम्मेदारी संभाल रहे जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम इन तमाम शिकायतों के बावजूद कार्रवाई करने से बचते रहे हैं। सवाल उठता है कि जब छात्रावासों में इतने बड़े घोटाले और लापरवाहियां हो रही हैं, तो उनका ट्रांसफर अब तक क्यों नहीं हुआ? क्या वे अपने रसूख का इस्तेमाल कर पद पर बने हुए हैं?

यह भी चर्चा है कि कई अधीक्षक और टीचरों की "मरकाम साहब" से सीधी सेटिंग है, जिसके चलते वे वर्षों से ट्रांसफर से बचते आ रहे हैं। जबकि जिले के बाहर ट्रांसफर होना चाहिए, वहीं कुछ अधिकारी-कर्मचारी 20-30 वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हुए हैं।

अब शासन को जागना होगा!

अब समय आ गया है कि शासन-प्रशासन इस मामले में तुरंत दखल दे और बाहरी अधिकारियों की टीम से छिंदवाड़ा जिले के सभी छात्रावासों की जांच कराई जाए।

सभी अधीक्षकों के पिछले 10-20 वर्षों के ट्रांसफर रिकॉर्ड की जांच हो।

जो अधीक्षक वर्षों से एक ही जगह पर टिके हैं, उन्हें तत्काल अन्य जिलों में ट्रांसफर किया जाए।

भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और अधीक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

छात्रावासों में मूलभूत सुविधाओं की स्थिति पर एक स्वतंत्र जांच कमेटी बनाई जाए।

अगर प्रशासन अब भी नहीं जागा, तो यह साफ हो जाएगा कि वह भी इस भ्रष्टाचार में शामिल है। आदिवासी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि आने वाले समय में कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से न भागे।

अमित जोशी, संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा (8962184030)

छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू का खतरा टला, सभी सैंपल नेगेटिव

 रिपोर्ट: अमित जोशी, संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा (8962184030)

छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू का खतरा टला, सभी सैंपल नेगेटिव

बिल्लियों की मौत के बाद हुई थी पुष्टि, स्वास्थ्य विभाग रखेगा निगरानी



छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू को लेकर बड़ी राहत की खबर सामने आई है। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी से आई रिपोर्ट के अनुसार, H5N1 वायरस के सभी 65 मानव सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. एनके शास्त्री ने दी।

कैसे बढ़ा था खतरा?

शहर के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा लिए गए सैंपल में दो बिल्लियों में H5N1 संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद संक्रमण की रोकथाम और निगरानी के लिए सीएमएचओ के निर्देशानुसार जिला स्तरीय सर्विलांस टीम गठित की गई थी। संक्रमित क्षेत्र में बिल्लियों के संपर्क में आए 65 लोगों के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट अब नेगेटिव आई है।

एहतियात जारी रहेगा

हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में किसी भी खतरे से बचा जा सके।

बर्ड फ्लू की पुष्टि कैसे हुई थी?

पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पक्षवार ने बताया कि 15 जनवरी को 4 बिल्लियों और 22 जनवरी को 3 बिल्लियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। 31 जनवरी को इनमें से 3 बिल्लियों में H5N1 संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

इसके बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्र में सभी आवश्यक कदम उठाए। संक्रमण के स्रोत का पता लगाने के लिए जिन दुकानों से मृत बिल्लियों को कच्चा मांस खिलाया गया था, वहां जांच की गई। विक्की चिकन सेंटर और नावेल्टी सेंटर के सैंपल में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।

क्या कदम उठाए गए?
➡️ प्रभावित क्षेत्र में मांस, मुर्गी और अंडे की बिक्री पर रोक लगाई गई।
➡️ सभी संक्रमित सामग्री को विनष्ट किया गया।
➡️ स्वास्थ्य विभाग ने लगातार सर्विलांस जारी रखा।

फिलहाल कोई खतरा नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी

सभी 65 मानव सैंपल नेगेटिव आने के बाद फिलहाल छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू का कोई खतरा नहीं है। हालांकि, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

📌 रिपोर्ट: अमित जोशी, संपादक, सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा (8962184030)

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025

मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक तबादले

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा (8962184030)


 मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक तबादले: 
31 तहसीलदार और नायब तहसीलदारों के स्थानांतरण




राज्य सरकार द्वारा जनवरी में तबादला नीति में किए गए संशोधन के बाद विभिन्न विभागों में अधिकारियों के तबादले जारी हैं। दो दिन पहले पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने 12 जनपद सीईओ का स्थानांतरण किया था। अब राजस्व विभाग ने 31 तहसीलदार, प्रभारी तहसीलदार, नायब तहसीलदार और प्रभारी नायब तहसीलदारों के तबादले किए हैं।

तहसीलदार और प्रभारी तहसीलदारों के तबादले:

  • प्रदीप तिवारी (बैतूल से जबलपुर)
  • लीना जैन (रतलाम से निवाड़ी)
  • सुनील शर्मा (सागर से रायसेन)
  • अंबर पंथी (रायसेन से सागर)
  • राकेश खजूरिया (नर्मदापुरम से शाजापुर)
  • नवीन भारद्वाज (श्योपुर से मुरैना)
  • कुलदीप कुमार दुबे (श्योपुर से मुरैना)
  • लक्ष्मण प्रसाद पटेल (शहडोल से रीवा)
  • रामकिशोर झरबड़े (हरदा से नर्मदापुरम)
  • मनीष पांडे (बड़वानी से उज्जैन)
  • विजय तलवारे (देवास से धार)
  • दिनेश कुमार सोनी (उज्जैन से बड़वानी)
  • आलोक श्रीवास्तव (शाजापुर से अशोकनगर)
  • कैलाश कुर्मी (पन्ना से सागर)
  • रमेश कोल (सिंगरौली से छतरपुर)
  • अलका एक्का (नर्मदापुरम से बैतूल)
  • दीपक कुमार शुक्ला (अशोकनगर से भिंड)

नायब तहसीलदार और प्रभारी नायब तहसीलदारों के तबादले:

  • विजय कुमार चौधरी (सागर से छतरपुर)
  • प्रतीक रजक (छतरपुर से सागर)
  • पूजा भोरहरी (छतरपुर से जबलपुर)
  • कैलाशचंद्र मालवीय (शिवपुरी से अशोकनगर)
  • बृजेश कुमार शर्मा (शिवपुरी से ग्वालियर)
  • संतोष धाकड़ (शिवपुरी से भिंड)
  • प्रदीप कुमार केन (भिंड से शाजापुर)
  • संगम पटले (सागर से मंडला)
  • नागेश पंवार (शाजापुर से विदिशा)
  • नीतू बागरी (हरदा से जबलपुर)
  • सौरभ मरावी (मऊगंज से सिवनी)
  • निधि तिवारी (छिंदवाड़ा से भोपाल)
  • शशांक जैन (भिंड से छतरपुर)
  • सतेंद्र तिवारी (विदिशा से राजगढ़)

सरकार के इस कदम को प्रशासनिक सुचारू संचालन और विभागीय सुदृढ़ीकरण के रूप में देखा जा रहा है।

दिल्ली का अगला CM कौन? रेखा गुप्ता रेस में सबसे आगे, भाजपा महिला नेतृत्व को दे सकती है मौका

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा- 8962184030

 दिल्ली का अगला CM कौन? रेखा गुप्ता रेस में सबसे आगे, 

भाजपा महिला नेतृत्व को दे सकती है मौका


दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा बहुमत से सत्ता में आई है, और अब मुख्यमंत्री पद के लिए नामों की चर्चा जोरों पर है। इस दौड़ में हरियाणा के जींद की रहने वाली रेखा गुप्ता जिंदल का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। उन्होंने हाल ही में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया था।

रेखा गुप्ता भाजपा की वरिष्ठ नेत्री हैं। वे दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा कॉलेज के दिनों में RSS से जुड़ने के साथ शुरू हुई थी, और तभी से वे भाजपा की सक्रिय सदस्य रही हैं।

क्या दिल्ली को पहली महिला BJP मुख्यमंत्री मिलेगी?

भाजपा के 21 राज्यों में सरकार है, लेकिन कहीं भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है। ऐसे में दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनाने की संभावना बढ़ सकती है। इससे पहले, भाजपा ने दिल्ली में सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया था, जबकि AAP ने हाल ही में आतिशी को यह जिम्मेदारी दी थी।

मुख्यमंत्री पद के लिए शिखा राय का नाम भी चर्चा में है। उन्होंने AAP के कद्दावर नेता सौरभ भारद्वाज को हराया है, लेकिन रेखा गुप्ता को अनुभव और पार्टी नेतृत्व के समर्थन के कारण मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

रेखा गुप्ता का पारिवारिक और राजनीतिक सफर

रेखा का पुश्तैनी गांव नंदगढ़ (जींद, हरियाणा) में है। उनके पिता जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे, जिसके चलते परिवार दिल्ली में बस गया। रेखा की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से हुई, और वे छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं।

उन्होंने 1998 में मनीष गुप्ता से विवाह किया, जो स्पेयर पार्ट्स कारोबारी हैं। रेखा दो बार विधानसभा चुनाव हार चुकी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने शानदार जीत दर्ज की है।

CM की रेस में अन्य बड़े नाम:

मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के अन्य संभावित दावेदारों में ये नाम भी शामिल हैं:


  1. प्रवेश सिंह वर्मा – भाजपा के प्रमुख जाट नेता, पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे।       

  2. मनोज तिवारी – पूर्वांचली वोटरों के बीच लोकप्रिय, तीन बार सांसद रह चुके हैं।

  3. मनजिंदर सिंह सिरसा – भाजपा के मजबूत पंजाबी-सिख नेता

  4. स्मृति ईरानी – केंद्रीय मंत्री, महिला नेतृत्व का बड़ा चेहरा।    

  5. विजेंद्र गुप्ता – रोहिणी से तीन बार विधायक, संघ और संगठन में गहरी पकड़।    

  6. मोहन सिंह बिष्ट – पहाड़ी और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में प्रभावशाली।    

  7. वीरेंद्र सचदेवा – भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, संगठन में मजबूत पकड़। 

क्या दिल्ली को पहली महिला भाजपा मुख्यमंत्री मिलेगी?

भाजपा नेतृत्व जल्द ही अंतिम फैसला लेगा, लेकिन रेखा गुप्ता का नाम सबसे मजबूत दावेदारों में शामिल है। अब देखना यह है कि भाजपा दिल्ली में महिला नेतृत्व को प्राथमिकता देती है या किसी अन्य नेता को मौका देती है।

दयानंद हत्याकांड: 10 हजार का इनामी आरोपी गिरफ्तार, ट्रेडिंग विवाद में दी थी सुपारी

 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा, 8962184030

दयानंद हत्याकांड: 10 हजार का इनामी आरोपी गिरफ्तार, 

ट्रेडिंग विवाद में दी थी सुपारी

बालाघाट: 29 दिसंबर को हुए दयानंद नगपुरे हत्याकांड में आखिरी फरार आरोपी रितेश माहुले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भरवेली थाना पुलिस ने 10 हजार के इनामी आरोपी को बुधवार को पकड़ा।

ट्रेडिंग विवाद में दी गई थी 3 लाख की सुपारी

मामले की जांच में सामने आया कि चिखला निवासी दयानंद नगपुरे की हत्या ट्रेडिंग में पैसे डबल करने के विवाद के चलते हुई थी। मुख्य आरोपी भार्गव सिहोरे ने अपने साथी हिमांशु बम्बुरे और रितेश माहुले के साथ मिलकर 3 लाख रुपए में सुपारी देकर हत्या कराई थी।

गला रेतकर की गई थी हत्या

तीन सुपारी किलर्सनिलेश सुलाखे, शंकर नगपुरे और कृष्णा नगपुरे ने तार से गला रेतकर दयानंद की हत्या की और शव को उसी की कार में छोड़ दिया।

गिरफ्तारी का पूरा घटनाक्रम

  • पुलिस ने पहले ही भार्गव सिहोरे और तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को गिरफ्तार कर लिया था।
  • 17 जनवरी को हिमांशु बम्बुरे भी पकड़ा गया, लेकिन रितेश माहुले फरार था।
  • थाना प्रभारी संजय ऋषिश्वर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने धापेवाड़ा निवासी रितेश माहुले को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
  • अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक जयदीप सिंह भदौरिया सहित कई पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।

✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा, 8962184030

मंत्री के गृह जिले में विभागीय अफसर पर जांच, भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा,8962184030

मंत्री के गृह जिले में विभागीय अफसर पर जांच, भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

खंडवा: जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के गृह जिले में उनके ही विभाग के सहायक आयुक्त विवेक पांडेय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार की शिकायत पर खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, जो एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी।

भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

आयुक्त पर लगे आरोपों में शामिल हैं:

  1. फर्जी फर्म से सामग्री खरीद – 10 स्कूलों के लिए सीसीटीवी और एलईडी की सप्लाई भोपाल की एक फर्म से कराई गई, कलेक्टर की आपत्ति के बावजूद भुगतान कर दिया गया।
  2. अपूर्ण भवनों का अधिग्रहण – तीन कन्या शिक्षा परिसरों को अपूर्ण निर्माण के बावजूद आधिपत्य में लिया गया।
  3. अयोग्य नियुक्तियां – बिना पात्रता परीक्षा के सहायक ग्रेड-3 की नियुक्ति, शराब तस्करी के आरोपी शिक्षक को बहाल कर छात्रावास की जिम्मेदारी देना।
  4. गैरकानूनी स्थानांतरण – 150 शिक्षकों को मनमाने ढंग से ग्रामीण क्षेत्रों से सड़क किनारे के स्कूलों में भेजा गया।
  5. छात्रावासों में भ्रष्टाचार – अनुसूचित जाति छात्रावासों में लाखों रुपए की हेराफेरी, गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य।
  6. बिना अनुमति अधीक्षक नियुक्ति – पिछड़ा वर्ग छात्रावासों में कलेक्टर की मंजूरी के बिना अधीक्षकों की नियुक्ति।

जांच समिति गठन और कार्रवाई की सुस्ती

जांच के लिए गठित समिति में खंडवा एसडीएम, ईई पीडब्ल्यूडी और ट्रेजरी ऑफिसर को शामिल किया गया है। हालांकि, अब तक कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।

कमेटी अध्यक्ष एसडीएम बजरंग बहादुर गुरुवार को हाईकोर्ट जा रहे हैं और लौटने के बाद जांच करेंगे। ईई पीडब्ल्यूडी अवकाश पर हैं, जबकि ट्रेजरी ऑफिसर आरएस गवली को एक दिन पहले ही आदेश की कॉपी मिली है।

जांच रिपोर्ट पर होगी अगली कार्रवाई

कलेक्टर ने मामले को टीएल प्रकरण में दर्ज कर लिया है और हर बैठक में इसकी समीक्षा होगी। प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा  (8962184030)

फर्जी आय-जाति प्रमाणपत्र बनाने वाली दुकान सील, मालिक पर FIR दर्ज

 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा  8962184030

फर्जी आय-जाति प्रमाणपत्र बनाने वाली दुकान सील, मालिक पर FIR दर्ज

जबलपुर: प्रशासन ने घमापुर चौक स्थित 'मलिक एसोसिएट्स' नामक दुकान पर छापा मारकर फर्जी आय, जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र बनाने के अवैध धंधे का भंडाफोड़ किया। जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर एसडीएम रांझी और आधारताल तहसीलदार की टीम ने 6 फरवरी को पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की थी।

छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में जाली दस्तावेज जब्त किए गए, लेकिन दुकान मालिक मौके से फरार था। प्रशासन ने दस्तावेजों को सुरक्षित रखकर दुकान को सील कर दिया था।


सील दुकान से चोरी-छिपे निकाले दस्तावेज

9 फरवरी को दुकान का मालिक जुबेर मलिक मंसूरी चोरी-छिपे दुकान पर पहुंचा और पीछे की खिड़की से घुसकर जब्त किए गए दस्तावेज लेकर फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम रांझी और आधारताल तहसीलदार मौके पर पहुंचे और पाया कि दुकान में सेंध लगाकर दस्तावेज निकाले गए हैं।

मामला दर्ज, जल्द होगी गिरफ्तारी

एसडीएम ने मामले की सूचना कलेक्टर को दी, जिसके बाद बेलबाग थाने में दुकान संचालक के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई। पुलिस ने बताया कि मलिक और उसके कर्मचारियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

लंबे समय से चल रहा था फर्जी प्रमाणपत्र बनाने का खेल

जांच में सामने आया कि जुबेर मलिक मंसूरी की दुकान पर लंबे समय से अवैध तरीके से सरकारी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। शिकायतों के आधार पर प्रशासन की टीम ने छापेमारी की थी, जिसमें फर्जी प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी दस्तावेजों का जखीरा बरामद हुआ।

प्रशासन ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा

ग्वालियर में 6 साल के बच्चे का अपहरण

 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 8962184030

ग्वालियर में 6 साल के बच्चे का अपहरण: मां की आंखों में मिर्ची झोंकी, बेटे को बाइक पर ले गए; आरोपियों पर ₹30,000 का इनाम

ग्वालियर में गुरुवार सुबह करीब 8 बजे दिल दहला देने वाली वारदात हुई। स्कूल बस का इंतजार कर रहे 6 साल के मासूम शिवाय का बदमाशों ने अपहरण कर लिया। बदमाशों ने पहले उसकी मां की आंखों में मिर्ची झोंकी, फिर बच्चे को बाइक पर बैठाकर फरार हो गए। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।


घटना का विवरण

मुरार थाना क्षेत्र की सीपी कॉलोनी में जैन मंदिर के सामने यह वारदात हुई। शिवाय अपनी मां आरती गुप्ता के साथ स्कूल बस का इंतजार कर रहा था। वह लिटिल एंजेल स्कूल में यूकेजी का छात्र है।


बच्चे के पिता राहुल गुप्ता शहर में शुगर व्यापारी हैं। उन्होंने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और बदमाशों पर अपराध दर्ज कर जांच कर रही है।

बदमाशों पर ₹30,000 का इनाम

ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना ने जानकारी दी कि बदमाशों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है और उनकी गिरफ्तारी पर ₹30,000 का इनाम घोषित किया गया है।

व्यापारियों में आक्रोश, बाजार बंद

घटना से आक्रोशित व्यापारियों ने मुरार बाजार बंद करने का ऐलान किया है। व्यापारी राहुल गोयल ने कहा, "शहर में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है। आम आदमी सुरक्षित नहीं है। अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो हम अनशन पर बैठेंगे।"

स्कूलों की सुरक्षा पर सवाल

घटना के बाद स्कूल प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पेरेंट्स को वॉट्सएप मैसेज भेजकर सलाह दी गई है कि बच्चों को लेने के लिए किसी भरोसेमंद व्यक्ति को ही स्कूल भेजें।

पुलिस कर रही हरसंभव प्रयास

आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि पुलिस बच्चे को सुरक्षित बरामद करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। मामले की जांच में मुरैना में हुए हालिया अपहरण कांड से भी लिंक जुड़ने की आशंका जताई जा रही है।

इस मामले में आगे क्या होता है, ‘सतपुड़ा खबर’ आपको अपडेट देता रहेगा।

बुधवार, 12 फ़रवरी 2025

बुरहानपुर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष के बेटे पर दुष्कर्म और ठगी का आरोप

 

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 8962184030


बुरहानपुर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष के बेटे पर दुष्कर्म और ठगी का आरोप

इंदौर की युवती से शादी का झांसा देकर बनाए संबंध, लाखों रुपए भी ऐंठे

इंदौर की एक युवती ने भाजपा महिला मोर्चा बुरहानपुर जिलाध्यक्ष किरण रायकवार के बेटे वतन रायकवार पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म और लाखों रुपए ठगने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि वतन ने शादी का वादा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसकी पूरी जमा-पूंजी भी खत्म करवा दी।



कैसे शुरू हुआ रिश्ता?

पीड़िता ने लसूड़िया थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि 13 मार्च 2023 को वतन ने उसे प्रपोज किया था। उसने कहा कि "अगर शादी करनी हो तो ही रिश्ता रखूंगी," जिस पर वतन ने शादी का वादा किया। इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वह फ्लैट में साथ रहने लगी।

कुछ महीनों बाद जब पीड़िता ने शादी की बात की, तो वतन ने अपनी मां किरण रायकवार से बात की। शुरुआत में किरण रायकवार ने सकारात्मक रुख दिखाया, लेकिन बाद में उन्होंने जातिगत टिप्पणी करते हुए शादी से इनकार कर दिया।

शादी के नाम पर ठगी और धोखा

पीड़िता का आरोप है कि वतन ने उसे गहने गिरवी रखने के लिए मजबूर किया और उससे अलग-अलग बहाने बनाकर करीब 7-8 लाख रुपए ले लिए। वह अक्सर इंदौर आता और होटलों में साथ रहता। जब भी वह शादी के लिए कहती, तो "कुंडली दोष" का बहाना बनाया जाता।

मां ने कहा- 'भिखारी लड़की से शादी नहीं करूंगी'

मार्च 2024 में जब पीड़िता ने शादी की जिद की, तो पहले वतन ने मारपीट की, फिर फोन उठाना बंद कर दिया। जब पीड़िता ने वतन की मां से बात की, तो उन्होंने कहा- "मैं महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हूं, अपने बेटे की शादी किसी भिखारी लड़की से थोड़ी करूंगी।"

किरण रायकवार का बयान

किरण रायकवार ने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि लड़की ब्लैकमेल कर रही है। उन्होंने कहा, "हमने शादी के लिए कुंडली मिलवाई थी, जिसमें 'मृत्यु दोष' निकला। इसके बाद हमने रिश्ता तोड़ दिया। हमारे पास लड़की की ब्लैकमेलिंग के सबूत हैं, जिन्हें हम पुलिस को सौंपेंगे।"

पीड़िता ने CM हेल्पलाइन में की शिकायत

पीड़िता ने दिसंबर 2023 में लसूड़िया थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उसने CM हेल्पलाइन में भी शिकायत की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 8962184030

फॉरेस्ट कर्मचारी ने की फायरिंग, एमपीईबी कर्मी गंभीर घायल

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 

 फॉरेस्ट कर्मचारी ने की फायरिंग,

 एमपीईबी कर्मी गंभीर घायल

छिंदवाड़ा के आमाझिरी में मंगलवार रात एक फॉरेस्ट कर्मचारी ने एमपीईबी के आउटसोर्सिंग कर्मचारी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

विवाद के बाद चली गोली

जानकारी के अनुसार, आमाझिरी हाईस्कूल के पास फॉरेस्ट विभाग का दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ओमकार सरेआम शराब के नशे में था। किसी विवाद के बाद उसने रिंकू रामकृष्ण वर्मा (32) पर तीन गोलियां चला दीं। गोली लगते ही रिंकू जमीन पर गिर पड़ा, जिसके बाद राहगीरों ने तुरंत उसे निजी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर मनन गोगिया ने बताया कि रिंकू को सीने, बाएं हाथ और जांघ में गोली लगी, लेकिन फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है।


आरोपी फरार, एक सहयोगी गिरफ्तार

चौरई टीआई गणपत सिंह उईके के अनुसार, आरोपी ओमकार सरेआम वारदात के बाद अपने सहयोगी के साथ बाइक से फरार हो गया। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की और देर रात उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया।

फॉरेस्ट विभाग में कार्यरत है आरोपी

टीआई ने बताया कि आरोपी ओमकार सरेआम फॉरेस्ट विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में कार्यरत है, जबकि घायल रिंकू रामकृष्ण वर्मा एमपीईबी में आउटसोर्सिंग कर्मचारी है। पुलिस अब मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है और जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना है।

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025

इंदौर की युवती की विदिशा में डांस करते वक्त मौत,

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा  8962184030 


इंदौर की युवती की विदिशा में डांस करते वक्त मौत,
 पिता बोले- बेटी का जीवन इतना ही था

स्टेज पर नाचते-नाचते अचानक गिरी, हार्ट अटैक से गई जान


विदिशा में एक शादी समारोह के महिला संगीत कार्यक्रम में नाचते-नाचते 23 वर्षीय परिणीता जैन की हार्ट अटैक से मौत हो गई। स्टेज पर डांस करते हुए वह अचानक मुंह के बल गिरी और कुछ ही सेकंड में दम तोड़ दिया। यह हादसा वहां मौजूद सभी लोगों को स्तब्ध कर गया।

पिता का दर्द – 'बेटी का जीवन बस इतना ही था'

परिणीता के पिता सुरेंद्र जैन का कहना है, "मेरी बेटी की उम्र इतनी ही थी। वह केवल धर्म में योगदान देने आई थी। जब वह गिरी, तब तक उसके चेहरे पर मौत का अहसास भी नहीं था।" उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले परिणीता के जुड़वां भाई की भी साइकिल चलाते समय इसी तरह मौत हुई थी।

पूरी तरह स्वस्थ थी परिणीता, नियमित करती थी योग और जिम

परिवार के अनुसार, परिणीता पूरी तरह स्वस्थ थी और अपनी फिटनेस का खास ध्यान रखती थी। फरवरी के पहले हफ्ते में उसका रूटीन चेकअप कराया गया था, जिसमें सभी रिपोर्ट सामान्य आई थीं। वह रोजाना योग, प्राणायाम और जिम करती थी।

एमबीए करने के बाद आईटी कंपनी में कर रही थी जॉब



इंदौर के प्रेस्टीज कॉलेज से एमबीए करने के बाद परिणीता एक आईटी कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम कर रही थी। वह समाज के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहती थी और शादी के लिए पिछले एक महीने से डांस की तैयारी कर रही थी।

कैसे हुआ हादसा?

परिणीता 3 फरवरी को राघौगढ़ से विदिशा आई थी। शनिवार रात करीब 10 बजे महिला संगीत कार्यक्रम के दौरान वह डांस कर रही थी। अचानक वह मुंह के बल गिर पड़ी और बेहोश हो गई। शादी में मौजूद डॉक्टरों (रिश्तेदार) ने तुरंत सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। उसे विदिशा के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।



विदिशा में हुआ अंतिम संस्कार

परिणीता की मौत के बाद शादी के सभी रस्में सादगी से पूरी की गईं और रविवार को होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। परिवार ने विदिशा में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।



✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा

तेज रफ्तार कार की टक्कर से उछली छात्रा, सड़क पर घिसटकर हुई बेहोश

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 8962184030

छिंदवाड़ा: तेज रफ्तार कार की टक्कर से उछली छात्रा, सड़क पर घिसटकर हुई बेहोश

एग्जाम देकर लौट रही थी, सड़क पार करते समय हादसा; पुलिस ने रोकी भाग रही कार

छिंदवाड़ा के झिरपा में स्कूल से घर लौट रही 9वीं कक्षा की छात्रा को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि छात्रा हवा में उछलकर दूर जा गिरी और करीब 5 फीट तक घिसटने के बाद बेहोश हो गई।

कैसे हुआ हादसा?

घटना सोमवार दोपहर की है, जिसका वीडियो मंगलवार को सामने आया। माहुलझिर थाने के हेड कांस्टेबल नरेश ने बताया कि ग्राम सावरवानी निवासी मीनाक्षी पिता संतोष आम्रवंशी (15) दोपहर करीब 1:30 बजे एग्जाम देकर लौट रही थी। जैसे ही उसने सड़क पार करने की कोशिश की, तेज रफ्तार स्विफ्ट कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। मौके पर मौजूद ग्रामीणों और स्कूली छात्राओं ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने रोकी भाग रही कार

हादसे के बाद कार चालक भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन माहुलझिर पुलिस ने थाने के सामने बैरिकेड लगाकर कार को रोक लिया। कार में मोहन नगर निवासी आशुतोष काले, वंश मुरदवानी, मोहित बाजधानी, मोहित आहूजा और मयूर पवार सवार थे। कार आशुतोष चला रहा था।

छात्रा का अस्पताल में इलाज

पुलिस ने घायल छात्रा को डायल 100 वाहन से नर्मदापुरम जिले के पिपरिया अस्पताल पहुंचाया। करीब एक घंटे बाद उसे होश आया। डॉक्टरों ने बताया कि उसे सिर में चोट आई है और शरीर में दर्द बना हुआ है।


परिवार और आरोपी के बीच समझौता, केस दर्ज नहीं

हादसे के बाद कार सवार युवकों ने बच्ची के पिता से इलाज का खर्च उठाने की बात कहकर समझौता कर लिया। इस कारण कोई केस दर्ज नहीं कराया गया।

पुलिस की कार्रवाई

माहुलझिर थाना प्रभारी रविंद्र पवार ने बताया कि घायल बच्ची की एमएलसी करवाई गई है। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

✍🏻 अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर, छिंदवाड़ा 8962184030




छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू अलर्ट: 30 दिनों के लिए मटन-चिकन दुकानें बंद, 10 वार्ड संक्रमित

 

छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू अलर्ट: 30 दिनों के लिए मटन-चिकन दुकानें बंद, 10 वार्ड संक्रमित

अमित जोशी, संपादक - सतपुड़ा खबर


छिंदवाड़ा में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। शहर की दो चिकन दुकानों पर बिल्लियों के सैंपल H5N1 पॉजिटिव पाए जाने के बाद 30 दिनों के लिए सभी मटन और चिकन दुकानों को बंद कर दिया गया है।

संक्रमित क्षेत्र और प्रतिबंध

शहर के विक्की चिकन शॉप और नॉवेल्टी चिकन शॉप से लिए गए बिल्लियों के सैंपल में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इन दुकानों और आसपास के इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया। नगर निगम के वार्ड नंबर 6, 7, 8, 28, 29, 30, 31, 41 और 45 को संक्रमित क्षेत्र घोषित किया गया है, जबकि पूरे नगर निगम क्षेत्र और ग्राम पंचायत लिंगा को निगरानी क्षेत्र में रखा गया है।

प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम

✅ सभी चिकन और मटन दुकानें अस्थायी रूप से बंद।
चिकन, अंडों और पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री व परिवहन पर रोक।
✅ संक्रमित क्षेत्र की सभी मुर्गियों और उनके उत्पादों को नष्ट करने का आदेश।
✅ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष निगरानी



स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

स्वास्थ्य विभाग ने चिकन दुकान मालिकों, पोल्ट्री फॉर्म संचालकों और प्रभावित क्षेत्रों के परिवारों के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे चिकन और अंडों का सेवन न करें और अपने पालतू जानवरों को कच्चा मांस न खिलाएं। साथ ही, यदि किसी क्षेत्र में बीमार या मृत पक्षी मिलें तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

कलेक्टर की अपील – सतर्क रहें, गाइडलाइन का पालन करें

छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने बताया कि संक्रमित क्षेत्र में कुछ बिल्लियों के सैंपल H5N1 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद 1 किलोमीटर के दायरे को एपिसेंटर मानकर प्रतिबंध लागू किए गए हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे कच्चा मांस न खाएं और प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें।

बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लगातार निगरानी कर रहा है। नागरिकों से भी सतर्क रहने और दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।

शनिवार, 25 जनवरी 2025

गुलाबरा चोरी का खुलासा, अंतर्राज्यीय गिरोह से लाखों के जेवर बरामद

 गुलाबरा चोरी का खुलासा, अंतर्राज्यीय गिरोह से लाखों के जेवर बरामद


दिनांक 16 दिसंबर 2024 को गुलाबरा, छिंदवाड़ा निवासी 68 वर्षीय राजेंद्र सिंह राजपूत ने कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया गया कि उनके घर और दुकान के ताले तोड़कर अज्ञात चोरों ने लाखों रुपये के सोने के जेवर और ₹20,000 नकद चोरी कर लिए। पुलिस ने अपराध क्रमांक 832/24 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस की कार्यवाही:

पुलिस अधीक्षक अजय पांडे के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और मुखबिरों की सहायता से संदिग्धों की तलाश भोपाल, झांसी, और उत्तर प्रदेश के बांदा में की गई। जांच के दौरान चोर की पहचान मऊरानीपुर, झांसी निवासी अमित उर्फ अंतू सोनी के रूप में हुई। अमित के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कई गंभीर अपराध दर्ज थे।


छिंदवाड़ा पुलिस ने चुनौती को स्वीकार करते हुए नौ दिनों तक अलग-अलग राज्यों में अभियान चलाया। आखिरकार, आरोपी अमित सोनी को सागर (म.प्र.) से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अमित ने गुलाबरा में हुई चोरी की बात कबूल की और अपने साथियों असलम हनीफ (बांदा, उत्तर प्रदेश) और फरीद बाबा (सारणी, बैतूल) का नाम उजागर किया।


बरामदगी और गिरफ्तारी:

पुलिस ने आरोपी अमित और असलम को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का माल, जिसमें एक जोड़ी सोने के कंगन, एक सोने का मंगलसूत्र और एक सोने की अंगूठी (कुल वजन 5 तोला, कीमत ₹14 लाख), बरामद किया।


फरार आरोपी:

फरीद बाबा, निवासी सारणी, बैतूल, अब भी फरार है। उसकी तलाश जारी है।


आरोपियों का आपराधिक इतिहास:


अमित उर्फ अंतू सोनी:


गैंगस्टर एक्ट (4 मामले)


नकबजनी (14 मामले)


हत्या का प्रयास (1 मामला)


एनडीपीएस एक्ट (2 मामले)


डकैती (1 मामला)


अवैध हथियार रखने (7 मामले)


कुल 29 मामले दर्ज।


असलम हनीफ:


हत्या (1 मामला)


अपहरण (1 मामला)


डकैती (1 मामला)


गैंगस्टर एक्ट (2 मामले)


अवैध हथियार रखने (1 मामला)


कुल 6 मामले दर्ज।


महत्वपूर्ण भूमिका:

इस कार्रवाई में निरीक्षक उमेश कुमार गोल्हानी, सत्येंद्र बघेल, सउनि ब्रिजेश रघुवंशी, और साइबर सेल के अधिकारी शामिल थे। पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है।


निष्कर्ष:

गुलाबरा क्षेत्र में हुई बड़ी चोरी का खुलासा छिंदवाड़ा पुलिस की तत्परता और मेहनत का परिणाम है। यह कार्रवाई अंतरराज्यीय अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता है।

सोमवार, 11 नवंबर 2024

परासिया विधायक सोहन बाल्मिक ने एसपी से मुलाकात कर छठ पूजा प्रदर्शन पर दर्ज एफआईआर को लेकर जताई नाराजगी

 परासिया विधायक सोहन बाल्मिक ने एसपी से मुलाकात कर छठ पूजा प्रदर्शन पर दर्ज एफआईआर को लेकर जताई नाराजगी

अमित जोशी सतपुड़ा खबर  परासिया। छठ पूजा के दौरान न्यूटन पेंच नदी के गेट खोलने को लेकर कांग्रेस विधायक सोहन बाल्मिक के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाल ही में परासिया के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद परासिया पुलिस ने विधायक सहित 40 लोगों के खिलाफ धारा 126-2 और गैर कानूनी जमावड़े (189-2 बीएनएस) के तहत मामला दर्ज किया था।

आज इस मामले को लेकर विधायक सोहन बाल्मिक ने न्यूटन नगर परिषद की अध्यक्ष के साथ परासिया पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार हिंदू त्योहारों को मनाने की अनुमति नहीं दे रही है। उनका आरोप था कि सरकार जानबूझकर छठ पूजा के दौरान समस्याएं खड़ी कर रही है।





इस दौरान एसपी मनीष खत्री से उनकी मुलाकात हुई, जिसमें एसपी ने दो टूक शब्दों में कहा कि सड़क जाम करना गैरकानूनी है, और किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह दूसरों का मार्ग अवरुद्ध करें।

मामला क्या था?

6 नवंबर को, छठ पूजा के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने न्यूटन में बांध के गेट खोलने की मांग को लेकर चक्काजाम किया था। इस प्रदर्शन की अगुवाई विधायक सोहन बाल्मिक ने की थी। प्रदर्शन के दौरान लगभग एक घंटे तक यातायात प्रभावित हुआ था, जिसके बाद एसडीएम के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त किया गया था।

पुलिस ने इस प्रदर्शन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गैरकानूनी रूप से सड़क पर भीड़ एकत्र करने और यातायात अवरुद्ध करने के लिए मामला दर्ज किया है। इस मामले में न्यूटन नगर परिषद की अध्यक्ष को भी आरोपी बनाया गया है।

अब यह मामला और भी गर्मा गया है, क्योंकि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं।

📢 सतपुड़ा ख़बर

बुधवारी बाज़ार में चोरी!

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