सरपंच ने निजी राशि से सरकारी स्कूल को दिया नया रूप: भरवेली पंचायत में बच्चों को मिलेंगी निजी विद्यालयों जैसी सुविधाएं
बालाघाट, अमित जोशी, 'सतपुड़ा खबर': बालाघाट के भरवेली पंचायत में सरकारी स्कूल को निजी स्कूल की तरह विकसित करने के लिए सरपंच गीता अनिल बिसेन ने एक अभिनव प्रयास किया है। उनकी सोच और निजी धनराशि से शासकीय प्राथमिक स्कूल को नया लुक दिया गया है, जिससे बच्चे शिक्षा की ओर आकर्षित हों। इस पहल की शुरुआत शासकीय प्राथमिक स्कूल से की गई है, जहां बच्चों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
शनिवार को भरवेली थाना प्रभारी कमलेश कुमार यादव, सरपंच गीता अनिल बिसेन, और बीआरसी महेन्द्र कुमार शरणागत की उपस्थिति में स्कूल की नई कक्षाओं का उद्घाटन किया गया। स्कूल के सौंदर्यीकरण और सुविधाओं के लिए एक महीने में 1 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
परिवर्तन की कहानी
भरवेली पंचायत के शासकीय प्राथमिक स्कूल की पुरानी स्थिति और माहौल से अभिभावक असंतुष्ट थे और वे अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजने लगे थे। हालांकि, गरीब परिवारों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। इस समस्या को देखते हुए सरपंच गीता अनिल बिसेन ने प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर शासकीय प्राथमिक स्कूल को माध्यमिक और हाईस्कूल परिसर में स्थानांतरित कराया।
इसके बाद, सरपंच ने निजी राशि से स्कूल की व्यवस्था को निजी स्कूलों की तरह व्यवस्थित करने का निश्चय किया। उन्होंने नए भवन में दीवारों और फर्श को चमकाया और बच्चों की बैठने की व्यवस्था को भी निजी स्कूलों की तरह बनाया। इस प्रयास से सरकारी स्कूल में बच्चों के लिए एक आकर्षक वातावरण तैयार किया गया है।
संकल्प और आगे की योजना
सरपंच गीता अनिल बिसेन ने बताया कि यह परिवर्तन केवल प्रारंभ है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पंचायत क्षेत्र में शिक्षा और स्कूलों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के प्रयास जारी रहेंगे। उनका मानना है कि यदि कोई काम निस्वार्थ भाव से और जुनून के साथ किया जाए तो सफलता निश्चित है।
इस प्रयास ने स्थानीय समुदाय में एक नई आशा जगाई है और सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
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