शनिवार, 6 अप्रैल 2024

कमलनाथ के सहयोगी दीपक सक्सेना बीजेपी में शामिल

कमलनाथ के खास और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने बीजेपी जॉइन कर ली है। उन्होंने शुक्रवार रात को भोपाल स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ बीजेपी की सदस्यता ली। सीएम डॉ. मोहन यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

दीपक सक्सेना ने कहा कि भाजपा की नीतियां, मोदी जी का काम, अमित शाह और मोहन यादव के काम, भाजपा जो विकास कर रही है, उससे प्रभावित होकर बीजेपी में आया हूं।

कमलनाथ को लेकर दीपक सक्सेना ने कहा- मैं 44 साल से कमलनाथ का सिपाही रहा हूं। ना उनसे कोई नाराजगी है। ना ही उनके सम्मान में कोई कमी है। अभी जो व्यवस्था वहां लोकल में चल रही है। उसमें मैं अपने आप को फिट नहीं पाता हूं।


सीएम बोले- दीपक जहां जलता है, अंधेरा वहां हटता है

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- दीपक जहां जलता है, अंधेरा वहां हटता है। कहा जाता था कि छिंदवाड़ा हमारी वजह से चलता है, लेकिन मैं बधाई देना चाहूंगा दीपक जी, महापौर और कमलेश शाह जी को जिन्होंने छिंदवाड़ा का गौरव बढ़ाया। लोकतंत्र को अपमानित करने का काम छिंदवाड़ा में हुआ है।

सीएम ने कहा कि इन्होंने मौके पर अपनी सीट छोड़ दी, लेकिन उन्होंने मौका आने पर अपने बेटे को सीट दे दी। ऐसे उल्टे काम करने वालों को सीधा करना मोदी जी को आता है। मोदी जी जो कहते हैं, करते हैं। आज हमको कहां से कहां उठाकर मंत्री-मुख्यमंत्री बनाया। यहां योग्यता को अहमियत दी जाती है। आपका पूरा मान सम्मान बीजेपी में रखा जाएगा।

बेटे अजय सक्सेना ने 22 मार्च को जॉइन की थी बीजेपी



बता दें कि दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना 22 मार्च को भाजपा में शामिल हुए थे। इसी दिन पिता दीपक सक्सेना ने कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही माना जा रहा था कि वे भी भाजपा में जा सकते हैं।

दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना ने कहा, 'यह आत्मसम्मान की लड़ाई है। 6 साल से छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस दिशाहीन होती जा रही है। पिता ने 45 साल कमलनाथ की सेवा की। कमलनाथ हमारे लिए सर्वमान्य थे, हैं और रहेंगे, मेरे लिए वे पिता तुल्य हैं, लेकिन 6 साल से पिता का अपमान हो रहा है, कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जा रहा है, इसी कारण यह कदम उठाना पड़ रहा है।'

छिंदवाड़ा में दीपक सक्सेना से मिले थे CM डॉ. मोहन यादव


26 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी छिंदवाड़ा आकर दीपक सक्सेना से मुलाकात की थी। 3 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी दीपक सक्सेना से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। दोनों मे
बंद कमरे में 15 मिनट चर्चा हुई थी।

2018 में कमलनाथ के लिए छोड़ दिया था विधायक पद

दीपक सक्सेना पूर्व CM कमलनाथ के सबसे विश्वासनीय माने जाते रहे हैं। वे 4 बार कांग्रेस से विधायक रहे। कुल 7 बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। दिग्विजय सरकार में 2 बार मंत्री रहे। 2018 में उन्होंने छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। कमलनाथ के लिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में हुए उपचुनाव में कमलनाथ छिंदवाड़ा से जीतकर मुख्यमंत्री पद पर बने रहे थे। कमलनाथ सरकार में प्रोटेम स्पीकर रहे। कॉपरेटिव बैंक के दो दशक चेयरमैन भी रह चुके हैं।



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मंगलवार, 4 जुलाई 2023

विवांता हॉस्पिटल मे संपूर्ण हृदय रोग विभाग में कैथ लैब का हुआ शुभारम्भ…

 💥अमित जोशी संपादक सतपुड़ा खबर 💥

विवांता हॉस्पिटल मे संपूर्ण ह्रदय रोग विभाग का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक श्री वर्मा ने किया ।


विवांता हॉस्पिटल मे संपूर्ण हृदय रोग विभाग में कैथ लैब का हुआ शुभारम्भ…अब बेहतरीन और अत्याधुनिक इलाज अपने छिंदवाड़ा जिले में उपलब्ध है तो महानगरों का रूख क्यों ? इसी बात को मजबूती देते हुए छिंदवाड़ा जिले का सबसे आधुनिक विवांता क्रिटिकल केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल सफलता का एक और कदम बढ़ाते हुए संपूर्ण हृदय रोग विभाग यानि कैथ लैब की शुरुआत 2 जुलाई से हो गई है तो फिर यकीन कीजिये दिल से दिल के मामले में ….

सतपुड़ा खबर छिंदवाड़ा: विवांता हॉस्पिटल की प्रबंध निदेशक डॉ. श्रद्धा शर्मा, निदेशक बलराम मेघानी एवं पंकज शर्मा ने बताया कि विवांता छिंदवाड़ा और आसपास के जिलों के लोगों को मिलने जा रही सेवाओं पर आप विश्वास कर सकते हैं क्योंकि विवांता क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल की कैथ लैब संपूर्ण महाकौशल क्षेत्र की सबसे आधुनिक कैथ लैब है !

उन्होंने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग में हृदय रोग विशेषज्ञों में दो डॉक्टर्स डी.एम कार्डियोलॉजी गोल्ड मेडलिस्ट हैं,जबकि दो डॉक्टर्स डी.एन.बी कॉर्डियोलॉजी हैं विवांता हॉस्पिटल के पास पहले से ही पूरा और प्रशिक्षित स्टाफ और कुशल प्रबंधन है जिसने पिछले एक वर्ष में 15000 मरीजों का सफल इलाज किया है।

विवांता हॉस्पिटल में 2 जुलाई से शुरू हृदय रोग विभाग में बेहद अनुभवी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. क्षितिज दोघे प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ डीएम कॉर्डियोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट हैं और राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लखनऊ में सीनियर रेजिडेंट इन कार्डियोलॉजी रहे हैं। इसी तरह डॉ. पराग हेमंत रहातेकर पीजीआईएमईआर और आर. एम. एल दिल्ली से डी.एम कार्डियोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट है। डॉ पराग रहातेकर ने पिछले 7 वर्षों में 1000 कोरोनरी एन्जियोग्राफी और दो हजार एन्जियोप्लास्टी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इसके अलावा 250 पेसमेकर भी हृदय रोगियों में कामयाबी के साथ स्थापित किए हैं। विवांता के कॉर्डियोलॉजी विभाग में डॉ. अक्षय मधुकर दलाल भी अपनी सेवाएं देंगे जो बेंगलुरू कर्नाटक से डी. एम कॉर्डियोलॉजी हैं और नागपुर में कन्सलटेंट कार्डियोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर रहे हैं। इनके अलावा विवांता की टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने जा रहे डॉ. स्नेहल रंगारी व्यस्कों और बच्चों में हृदय संबंधि बीमारियों के विशेषज्ञ हैं।

उन्होंने बताया कि अब बच्चों में हृदय संबंधि दिक्कतों के लिए छिंदवाड़ा के लोगों को महानगरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। डॉ. स्नेहल रंगारी ने मुंबई और पुणे से अपनी डिग्री हासिल की है, वे कार्डियोलॉजिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया के मेंबर हैं। अब तक 1000 से अधिक एन्जियोप्लास्टी कर चुके डॉ. रंगारी हाई रिस्क कोरोनरी एन्जिग्राफी के विशेषज्ञ भी माने जाते हैं।

विवांता हॉस्पिटल के डायरेक्टर्स ने जानकारी दी कि विवांता जिले का एकमात्र ऐसा हॉस्पिटल है ! जिसमें दो सुपर स्पेशलिटी ब्रांच उपलब्ध हैं यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी । उन्होंने बताया कि अब अपने जिले वासियों को महंगा पेट्रोल और डीजल लगाकर महानगरों में जाकर जांच और इलाज का डबल खर्चा करने की जरूरत नहीं है। एंजियोग्राफी, एन्जियोप्लास्टी, टेंपरेरी पेसमेकर, परमानेंट पेसमेकर, सीईआरटी, टीएमटी, 2डी ईको, स्ट्रेस ईको जैसी सुविधाएं छिंदवाड़ा में ही विवांता हॉस्पिटल में मिल सकेंगी।

उनका कहना है कि ‘बायफरकेशन एन्जियो प्लास्टी जिसे सबसे मुश्किल माना जाता है उसकी सुविधा भी अब विवांता हॉस्पिटल में मौजूद है। इसके अलावा बेसिक सुविधाओं में पाईजन केसेस में ठीक होने वालों का परसेंटेज सबसे ज्यादा है साथ ही बर्न केसेस, स्ट्रोक पैरालिसिस, घुटना प्रत्यारोपण, हिप रिप्लेसमेंट डिफिकल्ट ट्रॉमा, स्पाइन सर्जरी दूरबीन से सर्जरी, पाइल्स, हर्निया हिस्ट्रिकटॉमी, लेप्रोटोमी, हाई रिस्क डिलिवरी, हाई ब्लड प्रेशर के साथ होने वाली डिलिवरी और झटके आने जैसी समस्याओं का बेहतरीन इलाज विवांता में हो रहा है। विवांता के एन.आई.सी.यू. (नवजात शिशु क्रिटिकल केयर यूनिट) में अत्याधुनिक वेंटिलेटर उपलब्ध है। विवांता हॉस्पिटल में मात्र 700 ग्राम के शिशु को भी एनआईसीयू में रखकर नवजीवन मिला है। विवांता हॉस्पिटल के विशाल आईसीयू में आईसीयू डायलिसिस, सोनोग्राफी यूरोफ्लोमेट्री और पीएफटी (फेफड़ों की क्षमता जांचने हेतु टेस्ट ), एबीजी (एयर ब्लड गैस एनालाइज़र) उपलब्ध हैं।

सुविधाएं जो विवांता हॉस्पिटल प्रदान करता है :- हाई रिस्क सर्जरी, वे लोग जिन्हें हार्ट की तकलीफ है और जिन्हें सर्जरी की आवश्यकता होती है उन्हें नागपुर का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब ये विवांता में होगा क्योंकि देश के जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट छिन्दवाड़ा में 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।

विवांता हॉस्पिटल मे पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा के हाथों से कैथ लैब का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना जिला भाजपा अध्यक्ष विवेक बंटी साहू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्ववनाथ ओक्टे, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों और डॉक्टर्स ने मौजूदगी दर्ज कराकर शुभकामनाएं दी। 

बुधवार, 7 जून 2023

हाई कोर्ट ने निरस्त की शराब ठेकेदार की याचिका

💥अमित जोशी संपादक सतपुड़ा खबर💥

कलेक्टर के आदेश को सही ठहराते हुए हाई कोर्ट ने निरस्त की शराब ठेकेदार की याचिका


सतपुड़ा खबर : जबलपुर हाई कोर्ट ने कलेक्टर के आदेश को सही पाया और शराब ठेकेदार की याचिका नितस्त कर दी। दरअसल, फर्ज  बैंक गारंटी पेश करने पर शराब दुकान का लाइसेंस निरस्त करते हुए कलेक्टर ने नये टेंडर आमंत्रित करने के आदेश जारी किए थे, जिसको लेकर शराब ठेकेदार ने याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति जीएस आहलुवालिया व न्यायमूर्ति एके सिंह की युगलपीठ ने भोपाल जिला कलेक्टर के आदेश को सही ठहराते हुए याचिका निरस्त कर दी।

तीन पार्टनर हैं फर्म में


राठौर एंड मेहता एसोसिएटस की ओर से दायर याचिका में कहा था कि उनके फर्म में तीन पार्टनर हैं। फर्म में संजीव कुमार मेहता तथा सुरेन्द्र राठौर की 45 प्रतिशत भागीदारी तथा सुशील सिंह की 10 प्रतिशत भागेदारी है। संजीव कुमार ने अपने हिस्से से 15 प्रतिशत की भागीदारी आनंद त्रिपाठी को प्रदान की थी।


गारंटी की जांच करने पर फर्जी पाई


आनंद त्रिपाठी के पिता नारायण त्रिपाठी ने भोपाल स्थित लालघाटी शराब दुकान के लाइसेंस के लिए यूनियन बैंक सिलीगुड़ी से बनी बैंक गारंटी उन्हें दी थी। उनके द्वारा उक्त बैंक गारंटी आबकारी विभाग में जमा की थी। बैंक गारंटी की जांच करने पर वह फर्जी पाई गई और कोहेफिजा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।


पुन: ई-टेण्डर आमंत्रित


जिला कलेक्टर भोपाल को बैंक ने 26 मई को ई-मेल के माध्यम से बैंक गारंटी फर्जी होने की सूचना दी थी। कलेक्टर ने उसी दिन उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया और अगले दिन 27 मई को पुन: ई-टेंंडर आमंत्रित करने आदेश जारी कर दिए। याचिका में कहा गया था कि बैंक गारंटी फर्जी है, इस संबंध में उनको जानकारी नहीं थी।


आदेश को उचित ठहराया


बैंक गारंटी नारायण त्रिपाठी ने बनाकर दी थी, जिसे असली मानकर उन्होंने जमा किया था। कलेक्टर ने सुनवाई का अवसर दिए बिना ही लाइसेंस निरस्त कर दिया। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि फर्जीवाड़ा कर लाइसेंस लिया गया था, इसलिए आबकारी एक्ट की धारा 31 के तहत सुनवाई का अवसर प्रदान नहीं किया जा सकता है। युगलपीठ ने कलेक्टर के आदेश को उचित ठहराते हुए शराब ठेकेदार की याचिका निरस्त कर दी।

📢 सतपुड़ा ख़बर

रोहना ग्राम पंचायत में अधिकारियों की लापरवाही से रुके विकास कार्य

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