निगम की बैठक में जोरदार हंगामा:मुख्यमंत्री कन्यादान योजना विवाह आयोजन को लेकर निगम अध्यक्ष और भाजपा पार्षदों ने जताई नाराजगी
सतपुड़ा खबर छिंदवाड़ा : नगर निगम कार्यालय छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में टेंडर किए जाने को लेकर सत्ता और विपक्ष के पार्षद भड़क गए तथा बैठक हंगामा करते हुए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठा दिया। निगम अध्यक्ष सभापति और पार्षदों ने एक स्वर में बिना समिति के विवाह कार्यक्रम में बिना समिति बनाएं भोजन के टेंडर जारी करने की प्रक्रिया को गलत ठहराते हुए तत्काल टेंडर रद्द करने की बात कही, इस दौरान बैठक में जोरदार हंगामा हुआ।
शयद ऐसा पहली बार हुआ है कि सत्ता और विपक्ष दोनों विपक्ष के पार्षदों ने एक स्वर में निगम के अधिकारियों को घेरने का प्रयास किया।
तीन बार बैठक, रद्द हुआ टेंडर
नगर निगम प्रशासन के द्वारा आज पार्षद और सभा पतियों की बैठक बुलाई गई थी इस दौरान बैठक में डेकोरेशन संचालक भी पहुंच गए जिसको लेकर निगम अध्यक्ष सोनू मांगों ने नाराजगी जताई वहीं भाजपा पार्षदों ने भी यह कहा कि जब पहले से ही तय हो गया तो हमको यहां क्यों बुलाया गया है इसके बाद काफी हंगामा मचा वही टेंडर प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए गए।
एक प्रतिष्ठान को टेंडर देने पर शुरू हुआ विवाद
नगर निगम की बैठक में सामूहिक विवाह कन्यादान योजना के तहत भोजन का टेंडर बिना किसी सहमति के एक प्रतिष्ठान को दिए जाने पर बवाल शुरू हो गया । बैठक में कहा गया कि किसी एक प्रतिष्ठान को लाभ पहुंचाने के लिए यह टेंडर बिना किसी अनुमति सामूहिक विवाह कन्यादान योजना के तहत भोजन का टेंडर बिना किसी सहमति के एक शख्स को दिए जाने पर बवाल शुरू हो गया।
बैठक में कहा गया कि किसी एक प्रतिष्ठान को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर बिना किसी सहमति के दिया गया है जिसको लेकर सभी सदस्यों ने तत्काल टेंडर रद्द करने की मांग निगम कमिश्नर से की वहीं बाद में टेंडर निरस्त कर दिया गया।
निगम अध्यक्ष का कहना था कि जो कन्यादान सामुहिक विवाह आयोजन होना है उसकी बैठक में बाहरी लोगों को बुला लिया गया था पहले ही तय कर लिया गया था, कि किसको कौन सा काम करना है जो कि सर्वथा गलत था। हमारा यह मानना है कि आयोजन के पहले समिति बनाओं जिसमें भाजपा कांग्रेस सभी के सदस्यों को शामिल किया जाए उसके बाद ही टेंडर जारी किया जाना था।
निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनू मांगो ने बताया कि 13 मार्च को सामुहिक विवाह होना है जिसको लेकर 25 हजार लोगों का खाने का टेंडर होना था, हमें कोई जानकारी नहीं दी गई और बिना बताए टेंडर हो गए, ऐसे में हमारा कहना था कि टेंडर आपने बिना बताए क्यों जारी किए, जिसके बाद अधिकारी ने अपनी भूल स्वीकारी और पुराने टेंडर को रदद कर दिया गया है नया टेंडर जारी हो गया है।
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