मुख्यमंत्री ने किया ‘नशे से दूरी है जरूरी’ संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर, 30 जुलाई तक चलेगा महाअभियान
यह राज्यव्यापी जन-जागरूकता अभियान 15 से 30 जुलाई 2025 तक सभी जिलों में पुलिस मुख्यालय के नारकोटिक्स विंग द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य किशोरों और युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराना, उन्हें इससे दूर रखना तथा पहले से नशा कर रहे लोगों को परामर्श और पुनर्वास सहायता प्रदान करना है।
स्वयंसेवी संस्थाओं और पुलिस की संयुक्त भागीदारी
अभियान में प्रदेशभर की स्वयंसेवी संस्थाएं, पुलिस अधिकारी, नगर एवं ग्राम रक्षा समितियां और कम्युनिटी पुलिसिंग विंग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। यह सभी मिलकर स्कूलों, कॉलेजों और आमजनों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं। इसके माध्यम से युवाओं को बताया जा रहा है कि नशा उनके स्वास्थ्य, सामाजिक प्रतिष्ठा और भविष्य को किस प्रकार प्रभावित करता है।
जन संवाद और जागरूकता पर जोर
यह अभियान एक व्यापक सामाजिक आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें शासकीय विभाग, सामाजिक संगठन, धर्मगुरु, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। पुलिस अधिकारी गली-गली जाकर आम लोगों से संवाद कर रहे हैं ताकि युवा पीढ़ी नशे से दूरी बनाकर सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर हो।
अभियान का मूलमंत्र: जागरूकता, संवाद, सहयोग और सुरक्षा
"नशे से दूरी है जरूरी" अभियान न केवल नशामुक्ति की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह प्रदेश में अपराध और असुरक्षा को भी कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह अभियान स्कूलों, कॉलेजों, सार्वजनिक स्थलों और डिजिटल माध्यमों के जरिए भी लोगों को जागरूक कर रहा है।
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